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प्रयागराज मैं कुंभ मेले की चल रही जोर शोर से तैयारी

महाकुंभ मेला 2025 प्रयागराज में 13 जनवरी, 2025 से 26 फरवरी, 2025 तक आयोजित होने जा रहा है।

डिप्टी सीएम बनने के बाद कितनी घट गई एकनाथ शिंदे की सैलरी? जान लें पूरी डिटेल

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को वेतन भत्ता अधिनियम 1956 के अनुसार दिया जाता है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को वेतन के रूप में प्रति माह 3.4 लाख रुपये मिलते हैं.

Eknath Shinde Salary: पिछले दिनों महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को बड़ी जीत मिली. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के देवेन्द्र फड़नवीस मुख्यमंत्री बने. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को उप-मुख्यमंत्री पद से संतोष करना पड़ा. अब सवाल है कि उप-मुख्यमंत्री बनने के बाद एकनाथ शिंदे की सैलरी कितनी कम हो गई है? दरअसल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को वेतन भत्ता अधिनियम 1956 के अनुसार दिया जाता है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को वेतन के रूप में प्रति माह 3.4 लाख रुपये मिलते हैं.

 अब एकनाथ शिंदे को कितनी सैलरी मिलेगी?

महाराष्ट्र में विधायकों को प्रति माह 2.32 लाख रुपये का वेतन मिलता है. इतनी ही सैलेरी मंत्रियों को भी मिलती है. इसके अलावा प्रत्येक मंत्री (जिसमें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और राज्य मंत्री शामिल हैं) को अपने कार्यकाल के दौरान और उसके तुरंत बाद 15 दिनों तक बिना किराया चुकाए मुंबई के सरकारी आवास में रूकने ठहरने की सुविधा मिलती है.

इस तरह उप-मुख्यमंत्री के तौर पर एकनाथ शिंदे को प्रति माह 2.32 लाख रुपये मिलेंगे. अब उप-मुख्यमंत्री बनने के बाद एकनाथ शिंदे 1 लाख 8 हजार कम हो गई है.

मुख्यमंत्री को सैलरी के अलावा क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं?
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की बात करें तो सैलेरी के अलावा कई तरह के भत्ते और सुविधाएं भी मिलती है. मुख्यमंत्री को ₹10 लाख सालाना का सुम्पचुअरी अलाउंस (आधिकारिक खर्च के लिए भत्ता) मिलता है. इसके अलावा उनके सहायक के लिए हर महीने ₹25,000 रुपये मिलते हैं. अन्य कई तरह के भत्ते भी मिलते हैं.

Source : Social Media

Rohit Sharma And Virat Kohli: रोहित शर्मा और विराट कोहली ऐसे भारतीय कप्तान हैं, जिनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने 10 विकेट से हार झेलने का शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया है.

Indian Team 10 Wickets Lost In Rohit-Kohli Captaincy: टीम इंडिया ने एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए  पिंक बॉल टस्ट में 10 विकेट से हार झेली. इस हार के साथ रोहित शर्मा ने एक शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. दरअसल अब रोहित शर्मा पूर्व कप्तान विराट कोहली के बाद दूसरे ऐसे भारतीय कप्तान बन गए, जिनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने तीनों फॉर्मेट में 10 विकेट से हार झेली.

इससे पहले सिर्फ विराट कोहली के नाम पर यह शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज था. कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में 10 विकेट से, वनडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 10 विकेट से और पाकिस्तान के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल में 10 विकेट से हार झली थी.

वहीं रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 10 विकेट से, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में 10 विकेट से और इंग्लैंड के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल में 10 विकेट से हार झेली.

रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने गंवा दिए लगातार 4 टेस्ट

गौर करने वाली बात यह है कि रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम पिछले लगातार चार टेस्ट गंवा चुकी है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में जसप्रीत बुमराह ने टीम इंडिया की कमान संभाली थी. इसके बाद एडिलेड में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट में कप्तान रोहित शर्मा की वापसी हुई और टीम इंडिया मुकाबला हार गई.

इससे पहले भारतीय टीम ने घरेलू सरमजीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से हार झेली थी. इस तरह भारतीय टीम रोहित शर्मा की कप्तानी में पिछले चार टेस्ट गंवा चुकी है.

ब्रिस्बेन में होगा अगला टेस्ट

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट ब्रिस्बेन में खेला जाएगा. तीसरे टेस्ट की शुरुआत 14 दिसंबर से होगी. यह मुकाबला रेड बॉल से खेला जाएगा. भारतीय समय के अनुसार मुकाबले की शुरुआत सुबह 5:50 बजे से होगी. अब तक हो चुके दो टेस्ट के बाद सीरीज 1-1 से बराबरी पर है.

Source : Social Media

Uttarakhand Weather: केदारनाथ और उसके आसपास की पहाड़ियों, तुंगनाथ क्षेत्र, और मध्यमेश्वर घाटी में 8 और 9 दिसंबर को हल्की बर्फबारी दर्ज की गई. इससे इलाके में ठंड में बढ़ोतरी देखी गई.

Snow Fall in Kedarnath: मौसम विभाग की भविष्यवाणी एक बार फिर सटीक साबित हुई है. 8 और 9 दिसंबर को हल्की बूंदाबांदी और उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमपात की संभावना जताई गई थी, जो शनिवार देर शाम सच साबित हुई. केदारनाथ और उसके आसपास की पहाड़ियों, तुंगनाथ क्षेत्र, और मध्यमेश्वर घाटी में हल्की बर्फबारी दर्ज की गई. इससे इलाके में ठंड में बढ़ोतरी देखी गई. निचले इलाकों में भी हल्की बूंदाबांदी हुई, जिसने लंबे समय से शुष्क चल रहे मौसम में थोड़ी राहत दी.

केदारनाथ क्षेत्र में हल्की बर्फबारी होने के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई. यहां आने वाले श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है. तुंगनाथ और मध्यमेश्वर घाटी की पहाड़ियों पर भी ताजा बर्फबारी देखने को मिली. उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम का यह बदलाव लंबे समय के बाद देखने को मिला है. पिछले कई हफ्तों से बारिश नहीं होने के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में सूखे जैसे हालात बनने लगे थे. किसानों और स्थानीय लोगों के लिए बारिश का इंतजार लंबे समय से जारी था. हल्की बूंदाबांदी के बाद अब सभी को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बारिश सामान्य होगी. अगर बारिश समय पर नहीं होती है, तो सूखे की स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है.

ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का अनुमान

मौसम विभाग ने रविवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि आने वाले कुछ दिनों में ऊंचाई वाले इलाकों में और बर्फबारी हो सकती है. साथ ही, मैदानी और निचले पहाड़ी क्षेत्रों में भी बारिश की संभावना बनी हुई है. हालांकि, मौसम में अचानक हुए बदलाव ने ठंड को बढ़ा दिया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है. स्थानीय लोग इस बदलाव से उत्साहित हैं लेकिन हल्की बारिश और बर्फबारी के बाद भी उन्हें पर्याप्त बारिश का इंतजार है. किसान वर्ग विशेष रूप से चिंतित है, क्योंकि सूखे की स्थिति फसल उत्पादन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है. वहीं, पर्यटन क्षेत्र में सक्रिय लोगों ने उम्मीद जताई है कि बर्फबारी के कारण पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, जिससे उनकी आय में सुधार होगा.

केदारनाथ, तुंगनाथ और मध्यमेश्वर जैसे धार्मिक और पर्यटक स्थलों पर मौसम में आए इस बदलाव के चलते पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो सकता है. हालांकि, ठंड और बर्फबारी के कारण यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है. प्रशासन ने कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं. पिछले लंबे अंतराल के बाद इस तरह की बारिश और बर्फबारी ने पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों के चेहरों पर थोड़ी राहत जरूर दी है, लेकिन आने वाले दिनों में मौसम का कैसा रुख रहेगा, इस पर सबकी नजर बनी हुई है.

Source : Social Media

संन्यास के ऐलान के बाद विक्रांत मैसी ने दी सफाई, तो मनोज बाजपेयी का आया रिएक्शन- 'ब्रेक लेना चाहिए लेकिन
Manoj Bajpayee on Vikrant Massey Retirement: फिल्म 'साबरमती रिपोर्ट' की रिलीज के बाद विक्रांत मैसी ने अचानक रिटार्यमेंट का ऐलान किया, तो हर्षवर्धन राणे ने इसे पीआर स्टंट बताया, तो अन्य सितारों ने हैरानी जताई. नतीजतन, विक्रांत मैसी को अपने बयान पर सफाई देनी पड़ी. इस बीच, मनोज बाजपेयी ने विक्रांत मैसी के संन्यास पर ऐसा रिएक्शन दिया, जिसकी काफी चर्चा हो रही है.
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